लेआउट दर्शाता है कि आपके प्लॉट पर किसी स्ट्रक्चर को कहाँ रखा जाना चाहिए। घर बनाने की प्रक्रिया लेआउट मार्किंग से शुरू होती है। अगर ध्यान नहीं दिया तो आपका घर योजना से अलग हो सकता है।
सबसे पहले इंजीनियर और आर्किटेक्ट की मदद से खंभों को खाली प्लॉट पर लगाएँ। फिर, 2-3 फीट स्टील की छड़ और एक रस्सी की मदद से, बेसलाइन और अन्य सीमाएँ निर्धारित करें।
एक्सपर्ट्स से पुष्टि करें कि दीवारों की साइज़ और पोजीशन बिल्डिंग के भार को सहन करने के लिए पर्याप्त है।
पिलर लगाने का स्थान तय करने के बाद उत्खनन क्षेत्र को चाक पाउडर से मार्क करें।
उत्खनन कार्य प्रारंभ करने से पूर्व मिटटी की टेस्टिंग अवश्य कर लें।
खंभों की गहराई मिट्टी की स्थिति पर निर्भर करेगी। यदि मिट्टी ढीली है, तो खंभों को गहरा रखा जाना चाहिए।
हमेशा सुनिश्चित करें कि आपके घरों की योजना के अनुसार मार्किंग कार्य किया गया है।
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