आप अकेले घर नहीं बना सकते। आपकी मदद के लिए विशेषज्ञों की एक सक्षम टीम की जरूरत होती है, जैसे कि आर्किटेक्ट, इंजीनियर, ठेकेदार और राजमिस्त्री आदि की टीम। आपका घर कितना अच्छा बनता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने इस टीम को कितनी अच्छी तरह से चुना है।
आर्किटेक्ट्स और इंजीनियरों की अलग-अलग भूमिकाएँ होती हैं, फिर भी, खासकर आपके घर के निर्माण की प्लानिंग और सुपरविजन स्टेप्स के दौरान दोनों समान रूप से महत्वपूर्ण होते हैं। आइए उनकी भूमिका को समझते हैं।
एक कांट्रेक्टर और एक आर्किटेक्ट के बीच अंतर को समझना बहुत जरुरी है। आर्किटेक्ट कौन होता है? सरल शब्दों में कहें तो, एक आर्किटेक्ट या वास्तुकार आपके पूरे घर की डिजाइन का प्रभारी होता है। आर्किटेक्ट पूरी निर्माण प्रक्रिया में शामिल होता है, लेकिन प्लानिंग स्टेज में उसका तीन चौथाई काम खत्म हो जाता है।
गृह निर्माण (होम बिल्डिंग) प्रक्रिया के दौरान, साइट पर श्रमिकों को कुछ न हो, इसका ध्यान रखना आपकी जिम्मेदारी है। शुरु करने से पहले, आपको अपने कांट्रेक्टर के साथ सुरक्षा उपायों पर चर्चा करनी चाहिए और किसी भी समस्या हो, तो उस पर चर्चा करनी चाहिए।
अपने कांट्रेक्टर से जवाबदेही सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उसके साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करें। यदि कांट्रेक्टर अपनी समय-सीमा पर बना रहता है और समय पर आपका काम कर देता है, तो आप अपने बजट में बने रहेंगे। इसके अलावा, यह भविष्य में किसी भी विवाद से बचने में मदद करेगा।
किसी भी कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट में साइट पर राजमिस्त्री की अपनी उचित हिस्सेदारी की आवश्यकता होती है, क्योंकि समय पर आपके घर का बन जाना राजमिस्त्री की दक्षता पर निर्भर करेगा।
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